कांग्रेस में सबकुछ ठीक ना चल रहल बा, आज एक बार फिर ई बात सामने निकल कर आ गईल। जितिन प्रसाद ने कांग्रेस के हाथ छोड़ के बीजेपी के दामन थाम लेले बाने। यूपी चुनाव से पहिले कांग्रेस के लिए ई एक झटका बा, साथ ही राहुल गांधी के लिए भी ई बहुत परेशान करे वाली खबर बा। जवान चार नेता सालों से राहुल के करीबी मानल जाट रहलें, ओमान से अब दो पार्टी छोड़के जा चुकल बाने। राहुल गांधी जब कांग्रेस अध्यक्ष बनल रहलें तब इहे चारो नेता उनकर करीबी रहलें अउर इनकी चर्चा भी खूब रहल।
कांग्रेस से भी बड़ा राहुल गांधी के झटका
ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, सचिन पायलट अउर मिलिंद देवड़ा- ई उ चार नाम बाने जवान कई साल तक राहुल गांधी के करीबी रहले। राहुल गांधी के युवा टीम के लेकर जब भी चर्चा होत रहल, इनकर जिक्र जरूर होत रहल। संसद के भीतर और बाहर भी, कई मौकों पर ई साथ ही देखल जाट रहले। इ चौकड़ी में अब दो ही राहुल गांधी के साथ बचल बाने। बड़ा सवाल ई बा कि ई दोनों भी राहुल का साथ कब तक दे पइहें कहें कि भीमकाय होत बीजेपी के सामने पस्त पड़ी कांग्रेस में नई जान फूंकने के आस पर बार-बार पानी फेरल जा रहल बा अउर नए कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव कोई ना कोई बहाना से टाल द3बल जा रहल बा।
तमतमाए दिख रहल बाने देवड़ा
राहुल गांधी के करीबियों में जवान नाम बचल बाने, उ बाने मिलिंद देवड़ा। देवड़ा के पिछले कुछ बयानन पर गौर कयल जाए त इस आशंका के नकारना कठिन हो जाई कि हो ना हो, वो भी राहुल को अंगूठा दिखा सकेलें। भारत-चीन मसले पर राहुल गांधी के रुख पर सवाल उठउले हो या महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपीके साथ गठबंधन की सरकार को लेके देबल गयल बयान हो, देवड़ा अंदर से तमतमाए नजर आ रहल बाने।