कहा जा रहा है की राम मंदिर को दिसंबर 2023 तक श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। हालांकि इसका पूरा निर्माण 2025 से पहले नहीं हो पाएगा। राम मंदिर के निर्माण में शामिल सूत्रों ने बताया कि मंदिर का निर्माण 2025 से पहले पूरा नहीं होगा, हालांकि भक्तों को दिसंबर 2023 तक आंशिक रूप से तैयार प्रांगण में जाने और दर्शन-प्रार्थना की अनुमति दी जा सकती है।
राम मंदिर में भले ही श्रद्धालु दिसंबर 2023 से ही पूजा शुरू कर सकेंगे, लेकिन पूरे परिसर का निर्माण 2025 तक ही होने की उम्मीद है। मंदिर परिसर में ही म्यूजियम, डिजिटल आर्काइव और एक रिसर्च सेंटर भी स्थापित किया जाएगा। म्यूजियम और आर्काइव के माध्य से लोग अयोध्या और राम मंदिर के इतिहास के बारे में जान सकेंगे। इसके अलावा हिंदू संस्कृति के बारे में भी बताया जाएगा।
सूत्र के अनुसार मुख्य मंदिर का निर्माण एक पूर्ण पत्थर की संरचना से होने जा रहा है। इसलिए उन ईंटों का इस्तेमाल मुख्य मंदिर में नहीं हो पाएगा जिनकी संरचना पूरी नहीं होगी। हालांकि उन्होंने कहा कि हम लोगों की भक्ति भावना से अवगत हैं, इसलिए इनका इस्तेमाल मंदिर में कहीं न कहीं जरूर किया जाएगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 1989 में जब मंदिर आंदोलन अपने चरम पर तब कारसेवकों ने देश भर के गांवों से मंदिर के लिए निर्माण के लिए ईंटें और शिलाएं एकत्रित की थीं। जिन पर अलग अलग भाषाओं में श्री राम लिखा हुआ था। करीब तीन दशक तक यह शिलाएं कारसेवकपुरम में रखी रहीं, इसके अलवा वहां वर्कशॉप भी मंदिर के लिए पत्थरों को तराशा जा रहा है।