आज जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को खत्म करने की दूसरी सालगिरह है। आज ही के दिन यानी पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को निष्प्रभावी कर दिया गया था। केंद्र की मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र-शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांटने का ऐलान भी किया था। आज यानी गुरुवार को इस ऐतिहासिक कदम के दो साल पूरे हो रहे हैं। इस अवधि में जम्मू-कश्मीर से जुड़े कई प्रावधानों में भी बदलाव किया गया है। इतना ही नहीं, केंद्र शासित राज्य के हालात भी काफी कुछ बदल गए हैं। आइए इनमें से कुछ पर नजर डालते हैं और समझते हैं।
आज का दिन ना सिर्फ जम्मू-कश्मीर के लिए बल्कि पूरे देश के लिए बहुत बड़ा दिन है। 370 हटने के बाद 2 सालों में क्या बदलाव हुए, कश्मीर कितना बदला?
जल्द चलेगी बिजली से ट्रेन
कश्मीर में बिजली से ट्रेन चलाने की तैयारी जोरों पर है। 130 किलोमीटर लंबे बनिहाल-बारामूला रेलवे ट्रैक पर इलेक्ट्रिफिकेशन का काम 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है। रेलवे ट्रैक पर 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिफिकेशन के बाद ही यहां बिजली से ट्रेन चलाई जा सकती है, सरकार ने ये काम पूरा करने के लिए मार्च 2022 की समय सीमा तय की है।
एक तरफ जहा कश्मीर तरक्की के रह पर आगे जा रहा है तो वही पाकिस्तान के साइन पर सांप लेट रहा है। पिछले साल जब अनुच्छेद 370 को खत्म हुए एक साल हुए थे तब इमरान खान सरकार ने काला दिवस मनाया था। इस अवसर पर पाकिस्तान में काले रंग को टीवी से लेकर अखबारों तक में प्रमुखता दी गई थी। पाकिस्तान के सभी चैनलों को इस विषय पर विशेष कार्यक्रम प्रसारित करने का निर्देश दिया गया था। पिछले साल पाकिस्तान ने एक गीत भी जारी किया था, हालांकि, इस बार ऐसा नहीं हो सका।