उत्तर प्रदेश का पहला और उत्तर भारत का सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइस पार्क यमुना एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण (यीडा) के क्षेत्र में बनाया जाएगा। यीडा ने इसके लिए सेक्टर-28 में 350 एकड़ जमीन तय कर दी है। इसके साथ ही पांच एकड़ में इनक्यूबेशन सेंटर भी बनाया जाएगा। इनक्यूबेशन सेंटर के लिए यीडा ने आईआईटी कानपुर से अनुबंध किया है। मेडिकल डिवाइस पार्क के जरिए 5,250 करोड़ रुपये का निवेश होगा और 20 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। पहले चरण में 125 एकड़ में शेड बनाकर उद्योगों को आवंटित किए जाएंगे।
दूसरे चरण में भी 225 एकड़ एरिया में यही योजना आएगी। प्राधिकरण ने हैदराबाद के कलाम इंस्टिट्यूट से मेडिकल डिवाइस पार्क की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनवाई है। अब उसी के आधार पर उत्तर प्रदेश का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क बनाने की तैयारी है। यीडा मेडिकल डिवाइस पार्क में कॉमन फैसिलिटी सेंटर भी विकसित करेगा।
स्टार्टअप व्यवसाय को विकसित करने में मदद करने वाले संस्थानों को इन्क्यूबेशन सेंटर कहा जाता है। यह संस्थान आम तौर पर स्टार्टअप्स को व्यापारिक एवं तकनीकि सुविधाओं, सलाह, प्रारंभिक विकास निधि, नेटवर्क और सम्बन्ध, सहकारी रिक्त स्थान, प्रयोगशाला की सुविधा, सलाह और सलाहकार समर्थन जैसी सुविधाएं प्रदान करती हैं